बाघ का आतंक समाप्त, 9 घंटे की मशक्कत के बाद किया गया रेस्क्यू
चंदन जायसवाल, संवाददाता- कसडोल
बलौदाबाजार। बलौदाबाजार के लवन सहित सोनाखान रेंज में पिछले कुछ दिनों से बाघ की लगातार मौजूदगी से क्षेत्र में दहशत का माहौल व्याप्त था। बाघ को सिद्धखोल सहित ग्राम करदा में देखे जाने के बाद से ग्रामीणों में भय का साया छा गया था।
ये भी पढ़ें – CG Big News : छत्तीसगढ़ में वाहनों में हाई सिक्योरिटी नम्बर प्लेट लगाना अनिवार्य, जाने कंहा से लगेंगे नम्बर प्लेट और कितना लगेगा चार्ज
अल सुबह, कसडोल मुख्यालय से महज 2 किलोमीटर दूर सोनाखान रेंज के ग्राम कोर्ट के तालाब में बाघ के पहुंचने की खबर से क्षेत्र में हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे।
पिछले दो दिनों से बाघ की वजह से लवन और कसडोल क्षेत्र के लोग दहशत में जी रहे थे। सोमवार को बाघ लवन क्षेत्र के ग्राम मरदा, करदा, कोरदा और डोंगरा में देखा गया था। मंगलवार को वह कसडोल क्षेत्र के ग्राम कोट और गोरधा से होते हुए कसडोल पारस नगर पहुंच गया।
वन विभाग की टीम ने बाघ को पकड़ने के लिए 9 घंटे तक लगातार प्रयास किया। अंततः उनके प्रयास सफल रहे और बाघ को कसडोल के पारस नगर से पकड़ लिया गया।
बाघ के पकड़े जाने की खबर से क्षेत्र के ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है। लंबे समय से दहशत में जी रहे ग्रामीण अब सुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
बाघ को पकड़ने में वन विभाग, जिला व पुलिस प्रशासन की टीम की सराहना की जा रही है। उनके इस ऑपरेशन ने क्षेत्र के लोगों को सुरक्षा का अहसास कराया है।