सुबह की थकान को भगाएं, इन दो योगासनों से पाएं दिनभर की ऊर्जा
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आइए जानते हैं ऐसे ही दो आसन के बारे में:
भुजंगासन को कोबरा पोज के नाम से भी जाना जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस योग को करते समय साधक का शरीर सांप की तरह लगता है। इस आसन को करने से पेट और कमर के आसपास की चर्बी कम होने के साथ तनाव भ दूर होता है। यह आसन पीठ के निचले हिस्से को मजबूत बनाकर बॉडी का एनर्जी लेवल भी अच्छा बनाता है। भुजंगासन करने के लिए किसी समतल जगह पर योगा मैट बिछाकर पेट के बल लेटकर दोनों पैरों को एक-दूसरे से मिलाकर रखें। इसे बाद दोनों हाथों को कोहनियों से मोड़कर दोनों हथेलियों को छाती के बगल में जमीन पर रखें। ऐसा करते हुए गहरी सांस लेते हुए सिर को ऊपर उठाने के बाद गर्दन को भी ऊपर की ओर उठाएं। धीरे-धीरे सीने को और फिर पेट को भी धीरे-धीरे ऊपर उठाएं। इस स्थिति में बने रहकर आसमान की ओर देखने की कोशिश करें। ऐसा करते समय गर्दन सीधी रखें। थोड़ी देर इसी मुद्रा में बने रहें।
पवनमुक्तासन
पवनमुक्तासन को अंग्रेजी में विंड रिलीविंग पोज कहते हैं। पवनमुक्तासन के नियमित अभ्यास से पाचन तंत्र मजबूत बनने के साथ स्त्रियों को गर्भाशय से जुड़ी समस्याओं में फायदा मिलता है। यह आसन वेट लॉस के साथ सुस्ती और थकान को भी दूर करने में मदद करता है। पवनमुक्तासन करने के लिए शांत जगह पर योगा मैट बिछाकर सीधा लेट जाएं। आप सांस लेते हुए अपने पैरों को 90 डिग्री तक उठाएं। इसके बाद सांस छोड़ें और अपने पैरों को मोड़कर अपने घुटनों को अपनी छाती तक लाने की कोशिश करें। ऐसा करते हुए अपने घुटनों को अपनी उंगलियों से पकड़ें और अपना सिर उठाएं, अपने माथे को अपने घुटनों से टच करने की कोशिश करें। थोड़ी देर इसी मुद्रा में बने रहते हुए सांस को नॉर्मल बनाए रखें। इसके बाद अपने सिर को और फिर पैरों को नीचे लाएं। इस योगासन का अभ्यास 2 से 3 बार करें।