शालिनी राजपूत भाजपा राज में महिलाओं के साथ हुए अत्याचार को भूल गई- वंदना राजपूत
रायपुर / भाजपा महिला मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष शालिनी राजपूत द्वारा राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर दिए गए गलत निराधार बयान का कड़ा प्रतिवाद करते हुए कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि भाजपा नेत्रियां भाजपा राज में महिलाओं के साथ हुए अत्याचार को भूल गई है आज छत्तीसगढ़ में महिलाएं ज्यादा सुरक्षित है. रमन राज में जंगल राज था इसलिये पीड़ित महिलाओं का बयान भी दर्ज नहीं किये जाते थे अपराधियों को संरक्षण दिया जाता था आज अपराधी को जेल होता है. महिलाओं की सुरक्षा के प्रति मुख्यमंत्री भूपेश बघेल स्वयं चिंतित है और महिलाओं की सुरक्षा के लिए चलाए जा रहे पुलिस के अभियानों की निगरानी स्वयं मुख्यमंत्री कर रहे हैं देश में ऐसा करने वाले भूपेश बघेल अकेले मुख्यमंत्री है.
प्रदेश प्रवक्ता वंदना राजपूत ने शालिनी राजपूत से पूछा कि वह सबसे पहले रमन सिंह सरकार में महिलाओं की सुरक्षा के बारे में अपना नजरिया साफ करें और उसके बाद कांग्रेस की सरकार पर कोई आरोप लगाए.भाजपा के पंद्रह साल के शासनकाल में छत्तीसगढ़ महिलाओं के लिए सबसे ज्यादा असुरक्षित था भाजपा राज में प्रदेश के हर दिन 1 बलात्कार की घटना और हर दूसरे दिन 1 महिला सामूहिक दुराचार की घृणित घटना का शिकार होती थी राज्य के कुछ जिले तो मानव तस्करी विशेषकर महिलाओं के लापता होने की चिन्ताजनक घटनाओं का केन्द्र बन चुका था.अौर मानव तस्करी में भी भाजपा नेत्रियां का हाथ था.रमन सिंह के अो एस डी अो.पी गुप्ता के द्वारा एक नाबालिग बच्ची के साथ बलात्कार जैसे घृणित काम को अंजाम दिया जाता है अौर उस आरोपी को संरक्षण देने का काम भाजपा के महिला नेत्री करती है.
प्रदेश के माथे पर झलियामारी जैसे कलंक भाजपा के राज में ही लगा था इस हृदय विदारक घटना को शालिनी राजपूत भूल रही है,आमाटोला और बीजापुर जैसी हृदयविदारक घटनाएँ रमन राज में ही हुई थी मीना खलको, हिडमा मडकम जैसी घटनाओं की जवाबदेह भाजपा सरकार ही थी.जिस भाजपा के राज में महिला पुलिस आरक्षक सुरक्षित नहीं थी उसके साथ सामूहिक दुराचार हो जाता था उस भाजपा के नेत्री किस मुंह से आज कानून व्यवस्था महिला सुरक्षा पर सवाल उठा रहे हैं. बीजापुर में 14 वर्ष की छात्रा के साथ बैडमिंटन कोच द्वारा किए गए यौन दुर्व्यवहार और बीजापुर कलेक्टर द्वारा अनाचार के आरोपी को दिये गये गए संरक्षण के बारे में शालिनी राजपूत कुछ कहती तो ज्यादा बेहतर होता आज के सन्दर्भ में शालिनी राजपूत द्वारा लगाए जा रहे आरोप केवल और केवल खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे का जीता जागता सबूत बन कर सामने आ रही है.