छत्तीसगढ़

एनएमडीसी स्टील ने भारत के इस्पाती भविष्य का मार्ग प्रशस्त करते हुए उत्कृष्टता के दो वर्षों का जश्न मनाया

नगरनार। एनएमडीसी स्टील लिमिटेड, इस्पात मंत्रालय के अधीन एक विश्वसनीय सार्वजनिक क्षेत्र का उद्यम है, जो कि नगरनार में 3.0 एमटीपीए इस्पात संयंत्र प्रचालित करता है । इसने रविवार, 13 अक्टूबर, 2024 को गर्व के साथ दो वर्ष पूरे किए । इस अवसर पर कंपनी का शीर्ष नेतृत्व नगरनार इस्पात संयंत्र की उपलब्धियों का जश्न मनाने तथा भारतीय इस्पात उद्योग और एनएसएल के भविष्य का रोडमैप तैयार करने के लिए सम्मिलित हुआ।

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इस समारोह का नेतृत्व श्री अमिताभ मुखर्जी, अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक (अतिरिक्त प्रभार), एनएसएल ने किया, जिसमें श्री वी. सुरेश, निदेशक (वाणिज्य), एनएसएल, श्री विनय कुमार, निदेशक (तकनीकी), एनएसएल, श्री बी. विश्वनाथ, मुख्य सतर्कता अधिकारी और श्री के. प्रवीण कुमार (अधिशासी निदेशक) उनके साथ उपस्थित थे । एनएसएल के लिए यह अवसर एनएमडीसी स्टील के शानदार दो वर्षों के दृढ़-संकल्प और सफलता का भावनापूर्ण प्रतिबिंब था ।

“यह यात्रा एक असाधारण यात्रा रही,” श्री अमिताभ मुखर्जी, सीएमडी (अतिरिक्त प्रभार), एनएसएल ने कहा, “भारत के इस्पात उत्पादन में महत्वपूर्ण योगदान करने और बस्तर क्षेत्र को बदलने की हमारी प्रतिबद्धता हमारे इस्पाती इरादे का द्योतक है – एक ऐसी इस्पाती आकांक्षा जो राष्ट्र की बुनियादी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए हमारी महत्वाकांक्षा को संचालित करती है ।”
एनएसएल के पहले दो वर्ष तेजी से प्रगति और उल्लेखनीय उपलब्धियों के रहे । 12 अगस्त, 2023 को ब्लास्ट फर्नेस के पहले ब्लो-इन के बाद, कंपनी ने तेजी से उत्पादन बढ़ाया और मात्र तीन दिन बाद 15 अगस्त को अपना पहला हॉट मेटल रोल आउट किया । एनएसएल ने नौ दिनों के रिकॉर्ड समय के भीतर 24 अगस्त तक, अपने अंतिम उत्पाद एचआर कॉइल का सफलतापूर्वक उत्पादन किया था ।

एक अन्य उल्लेखनीय उपलब्धि में, नगरनार स्टील प्लांट ने केवल 226 दिनों के भीतर 1 मिलियन टन हॉट मेटल के संचयी उत्पादन को प्राप्त किया, जो इसकी तीव्र प्रगति को उजागर करता है । 21 जुलाई, 2024 तक यह आंकड़ा बढ़कर 1.5 मिलियन टन हॉट मेटल हो गया । 11 अगस्त को, एनएसएल ने 1 मिलियन टन तरल इस्पात उत्पादन को पार कर लिया, इसके बाद 20 अगस्त को 1 मिलियन टन एचआर कॉइल उत्पादन हुआ । ये प्रभावशाली मील के पत्थर भारत के इस्पात क्षेत्र में एनएसएल के नीतिगत महत्व को रेखांकित करते हैं । छत्तीसगढ़ में एनएसएल का अत्याधुनिक नगरनार प्लांट वित्त वर्ष 25 की तीसरी तिमाही तक लगातार 210,000 टन हॉट मेटल और 150,000 टन एचआर कॉइल के उत्पादन के लक्ष्य के साथ निरंतर उत्पादन बढ़ाने के लिए तैयार है । वर्तमान में, संयंत्र मासिक रूप से लगभग 125,000 टन एचआर कॉइल का उत्पादन कर रहा है, और कंपनी ब्रेक ईवन के नजदीक है ।

श्री अमिताभ मुखर्जी, सीएमडी (अतिरिक्त प्रभार), एनएसएल ने एनएसएल के भविष्य के बारे में आशा व्यक्त करते हुए कहा, “हम सिर्फ स्टील का उत्पादन नहीं कर रहे हैं; हम भारत के बुनियादी ढांचे के भविष्य का निर्माण कर रहे हैं । हमारे लक्ष्य 2030 तक 300 एमएनटी की इस्पात उत्पादन क्षमता हासिल करने के लिए राष्ट्र के विजन के साथ जुड़े हुए हैं ।

श्री वि सुरेश, निदेशक (वाणिज्य), श्री विनय कुमार, निदेशक (तकनीकी), श्री बी. विश्वनाथ, मुख्य सतर्कता अधिकारी, और श्री के. प्रवीण कुमार, अधिशासी निदेशक ने भी उपस्थित जनों को संबोधित किया और उत्कृष्टता के अथक प्रयास के लिए कर्मचारियों को धन्यवाद दिया । उनके शब्दों ने उद्देश्य के प्रति एक नई भावना का संचार किया, जिससे यह संदेश गया कि वे एक साथ मिलकर भारत के इस्पात उद्योग के भविष्य का निर्माण कर रहे हैं ।

एनएसएल का समर्पण इस्पात उत्पादन से परे है, जिसमें बस्तर क्षेत्र के समावेशी विकास पर ध्यान केंद्रित किया गया है । इन पहलों में बुनियादी ढांचे के विकास, शिक्षा, कौशल वृद्धि और रोजगार के अवसर शामिल हैं, जो राष्ट्रीय प्रगति में योगदान करते हुए स्थानीय समुदायों के उत्थान के लिए एनएसएल के मिशन को आगे बढ़ाते हैं।
उत्कृष्टता, स्थिरता और राष्ट्र-निर्माण के प्रति इसकी प्रतिबद्धता एनएसएल के संचालन के केन्द्र बिंदु में है । नगरनार प्लांट में समारोह केवल एक समारोह नहीं बल्कि इस्पाती इरादे के साथ भारत के इस्पात भविष्य को चलाने के लिए एक नए संकल्प की प्रतिबद्धता भी है।

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